Lecture and Introduction Program in Rajdhani College: दिल्ली विश्वविद्यालय के राजधानी कॉलेज में एक दिवसीय “व्याख्यान एवं परिचय” कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन विवेकानंद अध्ययन मंडल और यूथ यूनाइटेड फॉर विज़न एंड एक्शन (YUVA) समिति के संयुक्त प्रयासों से हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं में राष्ट्र चेतना, नेतृत्व क्षमता और सांस्कृतिक मूल्यों को प्रोत्साहित करना था।
शिक्षा का लक्ष्य चरित्र निर्माण और राष्ट्रसेवा भी है- प्राचार्य प्रो दर्शन पांडेय
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर दर्शन पांडेय ने मंडल के उद्घाटन की घोषणा की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा का वास्तविक लक्ष्य केवल अकादमिक उपलब्धि नहीं है, बल्कि चरित्र निर्माण और राष्ट्रसेवा भी है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि युवा वर्ग राष्ट्र का भविष्य है और उनके अंदर सेवा भाव, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का होना बेहद जरूरी है।
युवा नवाचार और उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़े- कविंद्र तलियान
मुख्य वक्ता श्री कविंद्र तलियान (YUVA दिल्ली संयोजक) ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज का युवा केवल नौकरी की तलाश में सीमित न रहे, बल्कि वो नवाचार, नीति निर्माण और उद्यमिता की दिशा में भी आगे बढ़े। उन्होंने युवाओं को ये संदेश दिया कि यदि वे दृढ़ संकल्प और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ेंगे तो देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
विशेष अतिथि डॉ. निखिल यादव (विवेकानंद केंद्र, कन्याकुमारी) ने स्वामी विवेकानंद के जीवन और दर्शन पर प्रेरक विचार रखे। उन्होंने युवाओं से आत्मबोध और आत्मविश्वास को जीवन का आधार बनाने का आह्वान किया। डॉ. यादव ने कहा कि विवेकानंद के विचार आज भी युवाओं के लिए मार्गदर्शन का काम करते हैं और उनके माध्यम से व्यक्ति न केवल स्वयं को विकसित कर सकता है बल्कि समाज के लिए भी उपयोगी बन सकता है।
शिक्षकों और छात्रों की भागीदारी से कार्यक्रम हुआ सफल
इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के शिक्षक और लगभग 200 छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। छात्रों ने पूरे जोश और उत्साह के साथ सक्रिय भागीदारी निभाई। विवेकानंद अध्ययन मंडल और YUVA समिति के सदस्यों ने भी आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम के समापन पर डॉ. वसुधा जौली ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इसके बाद सभी ने खड़े होकर राष्ट्रगान गाया। “जय हिंद, जय भारत!” के उद्घोष के साथ ये कार्यक्रम संपन्न हुआ।
राजधानी कॉलेज का ये आयोजन छात्रों के लिए न केवल प्रेरणादायी सिद्ध हुआ बल्कि उन्हें जीवन मूल्यों और राष्ट्रनिर्माण की दिशा में सोचने का अवसर भी प्रदान किया।